✅ शादी से पहले लड़की के चयन में पुरुष को किन 3 बातों पर ध्यान देना चाहिए?
📌 "3 Factors Men Need To Consider For Girl Selection Before Marriage"
1️⃣ लड़की का व्यक्तिगत आकर्षण और व्यक्तित्व (Beauty & Personality)
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आपको लड़की सुंदर लगनी चाहिए।सुंदरता का मापदंड हर व्यक्ति के लिए अलग होता है: “Beauty lies in the eyes of the beholder.”केवल फोटो से निर्णय न लें, असल जीवन में देखने और बातचीत से समझ बनती है।
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पर्सनालिटी देखिए:लड़की का बोलने का तरीका, व्यवहार, आत्मविश्वास, शरीर की ऊंचाई (height), बाल, बॉडी लैंग्वेज, आदि सब मायने रखते हैं।क्या उसे देखकर आपके भीतर एक पॉजिटिव "feeling" या "bell" बजती है?
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निष्कर्ष:
सुंदरता और पर्सनालिटी केवल देखने भर की चीजें नहीं हैं, ये लंबे समय तक आपके वैवाहिक जीवन पर प्रभाव डालती हैं। इसलिए पहला क्राइटेरिया है – आपको लड़की आकर्षक लगे।
2️⃣ लड़की का पारिवारिक बैकग्राउंड (Family Background)
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पारिवारिक स्थिति पर गौर करें:माता-पिता का सामाजिक दर्जा, आर्थिक स्थिति, संस्कार, आपसी रिश्ते।परिवार में क्लेश या टूटी हुई शादियाँ, भाई-बहनों का आचरण आदि भी महत्वपूर्ण हैं।
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Red Flags:अगर परिवार अत्यधिक डिपेंडेंट है, गंभीर आर्थिक या स्वास्थ्य समस्याएं हैं, तो समझदारी से विचार करें।
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निष्कर्ष:
शादी केवल दो लोगों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का मिलन होती है। इसलिए दूसरा अहम पहलू है – लड़की का परिवार कैसा है?
3️⃣ लड़की की कमाई करने की क्षमता (Earning Capacity / Career)
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लड़की क्या काम करती है?
जॉब करती है या बिजनेस?
उसकी इनकम क्या है?
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Earning Threshold:
यदि आपकी सैलरी ₹1 लाख प्रति माह है, तो लड़की की कमाई कम से कम ₹60,000-₹70,000 होनी चाहिए। -
Why Important?
इससे वैवाहिक जीवन में आर्थिक संतुलन बना रहता है।
यदि लड़की की आमदनी बहुत कम है और वो छोड़ भी दे, तो भविष्य में अकेले आप पर बोझ पड़ सकता है।
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निष्कर्ष:
तीसरा अहम बिंदु है – क्या लड़की के पास कमाई करने की स्थायी और सम्मानजनक क्षमता है?
📌 निष्कर्ष (Conclusion)
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तीनों फैक्टर –
🔹 सुंदरता व पर्सनालिटी
🔹 पारिवारिक पृष्ठभूमि
🔹 आय अर्जित करने की क्षमता – महत्वपूर्ण हैं। -
आदर्श स्थिति: अगर तीनों मौजूद हैं — बहुत अच्छा।
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यथार्थ: दो मिल जाएं तो भी सोच-समझकर शादी हो सकती है।
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न्यूनतम: इनमें से कम से कम एक तो होना ही चाहिए, वरना शादी में समझौते का स्तर बढ़ जाएगा और बाद में पछताना पड़ सकता है।
📚 लेखक का परामर्श
- यह सलाह "प्री मैरिटल कंसल्टेशन" पर आधारित है।
- विवाह एक स्थायी संस्था है, और भावनाओं की जगह स्पष्टता और लॉजिक से निर्णय लेने की आवश्यकता है।
- “अगर संदेह है, तो कोई संदेह नहीं है” – यदि आपको शक है तो रुकना और पुनः सोचना बेहतर होगा।
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