पति -पत्नी का रिश्ता Real Example गृह युति Combination
क्या आपके वैवाहिक जीवन में बार-बार समस्याएं आ रही हैं? जानिए कैसे ग्रहों की युति पति-पत्नी के रिश्ते को प्रभावित करती है – एक सच्चे अनुभव के साथ।
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❓ सवाल 1: Mars + Venus का कॉम्बिनेशन क्या वास्तव में व्यभिचार या एक्स्ट्रा मैरिटल रिलेशनशिप का संकेत देता है?
📘 किताब में लिखा है:
Mars + Venus का मिलन विशेषकर पुरुष कुंडली में strong sexual passion और attraction दर्शाता है। यह व्यक्ति को sensual बना सकता है।
🎯 लेकिन अनुभव क्या कहता है?
✔️ नहीं, हर Mars + Venus योग वाला व्यक्ति व्यभिचारी नहीं होता।
✔️ बहुत से ऐसे लोग हैं जिनकी कुंडली में ये योग है लेकिन वे वफादार जीवनसाथी साबित हुए हैं।
🔍 असली बातें जो असर डालती हैं:
- योग किस भाव में है? (1st, 5th, 7th, 12th etc.)
- ग्रहों की डिग्री कितनी है?
- दशा क्या चल रही है?
- संस्कार, परिवेश और फ्रेंड सर्कल कैसा है?
- साथ में शनि, गुरु या राहु जैसे ग्रहों का क्या प्रभाव है?
🧠 निष्कर्ष:
ज्योतिषीय योग केवल संभावनाएं बताते हैं, गारंटी नहीं।
Mars + Venus अगर 12वें घर में है, और साथ में राहु भी है तो हाँ, inclination बढ़ सकता है—but again, व्यक्ति का environment तय करता है कि वो inclination action में बदलेगा या नहीं।
❓ सवाल 2: अगर Venus + Mars है, फिर भी व्यक्ति कभी ‘I love you’ तक नहीं बोल पाया, तो क्या यह योग फेल हो गया?
✅ उत्तर:
नहीं! यह योग ‘famous lover’ नहीं बनाता—यह desire and charm देता है।
लेकिन अगर योग 12वें भाव में है और कोई ग्रह aspect नहीं कर रहा, तो व्यक्ति भीतर से इच्छाशील हो सकता है लेकिन बाहर से चुप भी।
Age, upbringing, डर, शर्म या सामाजिक दबाव — ये सब भूमिका निभाते हैं।
❓ सवाल 3: राहु + Venus का योग क्या खराब होता है?
📚 राहु + Venus = अत्यधिक इच्छाएं, आकर्षण, लक्ज़री की ओर झुकाव।
🎯 लेकिन:
- यही योग व्यक्ति को फैशन डिज़ाइनर, फिल्म स्टार, IT सेक्टर में स्पेशलिस्ट बना सकता है।
- अगर फ्रेंड सर्कल या सोच गलत है, तो ये योग नशा, व्यसन या गलत रिश्तों की ओर ले जा सकता है।
🔁 यह ‘Double-edged sword’ जैसा योग है:
- Positive Environment → चमत्कारी Results
- Negative Environment → विनाशकारी Results
❓ सवाल 4: Jupiter + Venus का योग तो बहुत शुभ कहा गया है, फिर भी कुछ लोग गरीब क्यों रहते हैं?
🧠 कारण:
- योग की डिग्री क्या है?
- दशा कौनसी चल रही है?
- क्या शनि या राहु बाधा डाल रहे हैं?
- क्या व्यक्ति ने उस योग की ऊर्जा को सही दिशा में लगाया?
🎯 उदाहरण:
कई लोग जिनके पास Venus + Jupiter योग होता है, उनके पास कला, धन और सुंदरता से संबंधित ज्ञान होता है। लेकिन अगर उन्हें अवसर नहीं मिले, या ग्रह निर्बल हों, तो फल नहीं मिलता।
Venus + Jupiter (शुक्र + बृहस्पति) के कांबिनेशन Example and Experience
🌺 Venus + Jupiter Combination in Horoscope: पति-पत्नी और जीवनशैली पर असर
🔷 1. यह कांबिनेशन अच्छा या खराब कब होता है?
- Venus (शुक्र) = पत्नी, सुख-सुविधा, भोग-विलास, सुंदरता
- Jupiter (बृहस्पति) = ज्ञान, आध्यात्मिकता, धर्म, नैतिकता, गुरु
- ये दोनों स्वभाव से विपरीत हैं। इसलिए एक साथ होने पर अक्सर टकराव होते हैं:
- शुक्र कहता है: "खुबसूरत दिखो, जीवन का आनंद लो"
- बृहस्पति कहता है: "संयम रखो, धर्म का पालन करो"
🔷 2. यदि यह कांबिनेशन लग्न, सप्तम या चतुर्थ भाव में हो तो...
- व्यक्ति पति/पत्नी से बहुत अधिक अपेक्षा रखता है:
- पत्नी को मॉडल जैसे रहने की चाह
- घर को होटल जैसी साफ-सफाई और सुविधा
- हर चीज़ में परफेक्शन (Saturn की भूमिका भी दिखती है)
- अगर पत्नी थोड़ा भी ढीली पड़ी, तो रिश्ते में खटास
🔷 3. अगर Jupiter शुक्र को देख रहा हो (aspect कर रहा हो), तो...?
- यह बहुत पॉजिटिव हो सकता है। गुरु का दृष्टि बल उस कॉम्बिनेशन में मैच्योरिटी, संतुलन और सही सोच लाता है।
- जैसे-जैसे गुरु दृष्टि डालता है (5th, 7th, 9th दृष्टि), वैसे-वैसे वो नेगेटिविटी को खत्म करता है।
❤️ पति-पत्नी के रिलेशन पर विभिन्न कांबिनेशन्स के प्रभाव
✅ Mercury + Venus:
- पत्नी को फ्रेंड या लवर की तरह ट्रीट करते हैं
- साथ में घूमने-फिरने का शौक
- बातों में रोमांस और फ्लर्टिंग नेचर
✅ Ketu + Venus (Positive):
- पत्नी को पार्वती जैसी मानते हैं
- भावनात्मक जुड़ाव बहुत मजबूत
- पत्नी की इज्जत और सेल्फ रिस्पेक्ट करते हैं
❌ Ketu + Venus (Negative):
- पत्नी से कोई उम्मीद नहीं रखते
- शक, निगेटिव सोच, इंवेस्टीगेशन की भावना
- मानसिक तनाव वाला रिश्ता
💎 रतन पहनने से संबंधित सलाह (गुरु/शुक्र/Yog Remedies):
- इंडेक्स फिंगर (Jupiter) में पुखराज पहनने से कई बार डायबिटीज, किडनी जैसी समस्याएं सुधरती हैं
- शुक्र के लिए ओपल या डायमंड पहना जाता है लेकिन हमेशा कुंडली देखकर
- अगर गुरु और शुक्र आमने-सामने हों (7th aspect) तो कन्फ्लिक्ट्स बढ़ सकते हैं — सावधानी जरूरी
🧠 एक गहरी बात – Prediction vs Consultancy
- सिर्फ योग देखकर भविष्यवाणी करना prediction है
- लेकिन किसी की मानसिक स्थिति समझकर, जीवन के सही रास्ते सुझाना counselling/consultancy है — यही असली ज्योतिष है
- बृहस्पति इस मैच्योरिटी का प्रतिनिधित्व करता है
🎯 सारांश: Venus + Jupiter का Combination कब काम करेगा, कब नहीं:
स्थिति | परिणाम |
---|---|
शुक्र + गुरु का कॉम्बिनेशन बिना दृष्टि/बैलेंस के | अत्यधिक उम्मीदें, रिश्तों में तनाव |
गुरु की शुभ दृष्टि हो | पत्नी-घर-संस्कारों में संतुलन |
सप्तम भाव में शुक्र + गुरु | शादी में देर, पार्टनर से एक्सपेक्टेशन |
लग्न में शुक्र और सप्तम में गुरु | परफेक्शन की अपेक्षा से रिश्ते में तनाव |
🛐 Final Thought:
"हर कांबिनेशन संभावनाओं को दिखाता है, गारंटी नहीं देता। असली ज्योतिष वह है जो संभावनाओं में से दिशा दिखा दे।"
👉 शुक्र = सुंदरता, गुरु = समझदारी — अगर दोनों का बैलेंस साध लिया, तो शादीशुदा जीवन स्वर्ग बन सकता है।
🔚 अंतिम निष्कर्ष:
“कुंडली में योग है, इसका मतलब यह नहीं कि वो फल देगा — जब तक परिस्थिति, दशा और दिशा सही ना हो।”
🌱 इसलिए किसी भी ग्रह योग को देखकर यह न कहें कि “ये होगा ही।”
बल्कि कहें, “इस तरह की संभावना है, लेकिन आपका जीवन, संस्कार और कर्म इसे कैसे अनुभव कराएंगे, यह देखना जरूरी है।”
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